सफेद दाग के घरेलू नुस्खे का विडिओ
मित्रों ,रोगों की घरेलू रामबाण चिकित्सा के विडिओ प्रस्तुत करने की शृंखला मे आज हम सफेद दाग ,विटीलिगों ल्यूकोडर्मा को जड़ मिटाने के उपचारों की जानकारी दे रहे हैं |
स्किन के किसी अंग या बालों का सफेद होना विटिलिगो कहलाता है। जिसे सफेद दाग के नाम से भी जानते है। आमतौर पर यह समस्या शरीर में मेलानोसाइट्स की कमी के कारण होते है। जो मेलानिन नामक स्किन के पिगमेंट बनाती है। जिससे स्किन में रंग बनाने वाली कोशिकाएं खत्म होने के कारण यह सफेद दाग होते हैं। यह सफेद दाग शरीर में किसी भी जगह हो सकते हैं। समय से पहले सिर के बाल, भौहें, पलकें, दाढ़ी के बालों का रंग उड़ जाता है या सफेद हो जाती है|विटिलिगो किसी भी उम्र में शुरू हो सकता है, लेकिन विटिलिगो के आधा से ज्यादा मामलों में यह 20 साल की उम्र से पहले ही विकसित हो जाता है, चेहरे पर या शरीर के अन्य किसी हिस्से में सफेद दाग होने के कारण कई बार व्यक्ति में हीनता की भावना भी पैदा हो जाती है।
इसके लिए एक बाउल में मुल्तानी मिट्टी, गौमूत्र, नीम का पेस्ट, एलोवेरा जेल, हल्दी और अपामार्ग मिलाकर पेस्ट बना लें। इसे लगातार 1 माह तक लगाए। इससे आपकी स्किन अपने रंग में आ जाएगी।
गोमुत्र अर्क़
माना जाता है कि गोमुत्र में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो सफेद दाग को काफी हद तक सही कर देते हैं। इसके लिए रोजाना सुबह एक चम्मच गोमुत्र अर्क पिएं। दूध के साथ नमकीन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे सफेद दाग हो सकते हैं। जैसे चाय, कॉफी के साथ नमकीन जैसी चीजें ना खाएं। इसके साथ ही रात को सोने के 1 घंटे पहले दूध का सेवन करे।
आज के समय में विटिलिगो को पूरी तरह से सही करने के लिए तमाम तरह के इलाज और थेरेपी उपलब्ध हैं।
सफेद दाग को ठीक करने के लिए विशेष आहार की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन कुछ खाद्य पदार्थ और पोषक तत्वों को शामिल करके त्वचा के रंग में सुधार किया जा सकता है. विटिलिगो (सफेद दाग) में विटामिन बी12, फोलिक एसिड, विटामिन सी और जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है.
कायाकल्प लेप
कायाकल्प लेप
इसके लिए एक बाउल में मुल्तानी मिट्टी, गौमूत्र, नीम का पेस्ट, एलोवेरा जेल, हल्दी और अपामार्ग मिलाकर पेस्ट बना लें। इसे लगातार 1 माह तक लगाए। इससे आपकी स्किन अपने रंग में आ जाएगी।
गोमुत्र अर्क़
माना जाता है कि गोमुत्र में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो सफेद दाग को काफी हद तक सही कर देते हैं। इसके लिए रोजाना सुबह एक चम्मच गोमुत्र अर्क पिएं। दूध के साथ नमकीन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे सफेद दाग हो सकते हैं। जैसे चाय, कॉफी के साथ नमकीन जैसी चीजें ना खाएं। इसके साथ ही रात को सोने के 1 घंटे पहले दूध का सेवन करे।
ये उपचार भी कारगर होते हैं
1. पीसी हुई हल्दी गुनगुने दूध में डाल कर पिए। हर रोज 2 बार ये उपाय करने से 5-6 महीने में सफेद दाग साफ़ होने लगेगा।
2. सरसों का तेल 2 चम्मच ले और इसमें 1 चम्मच हल्दी मिलाकर इसका लेप सफेद दागों पर लगाए. फिर 15 मिनट के बाद धो ले। इस घरेलू नुस्खे को कुछ महीने लगातार दिन में 2 से 3 बार लगाए ल्यूकोडर्मा ठीक होने लगेगा।
3. सफेद दाग का अचूक इलाज करने के लिए लहसुन के रस में थोड़ी हरड़ घीस कर मिलाए और सफेद दाग पर इसका लेप लगाए।
4. प्रतिदिन 3 से 4 बादाम और 30 से 50 ग्राम भीगे काले चने खाए।
5. अखरोट का पाउडर 2 चम्मच ले और इसमें थोड़ा सा पानी मिला कर पेस्ट बना ले। अब इस पेस्ट को white spots पर 15 से 20 मिनट के लिए लगा कर छोड़ दे। इस होम रेमेडीज को दिन में 2 से 3 बार प्रयोग करे।
6. सफेद दाग के उपाय में नीम के पत्तों का रस रामबाण इलाज का काम करता है। नीम के पत्तों को पीस कर इसका रस निकाल ले और इसमें 1 चम्मच शहद मिला कर दिन में 2 से 3 बार पिए।
1. पीसी हुई हल्दी गुनगुने दूध में डाल कर पिए। हर रोज 2 बार ये उपाय करने से 5-6 महीने में सफेद दाग साफ़ होने लगेगा।
2. सरसों का तेल 2 चम्मच ले और इसमें 1 चम्मच हल्दी मिलाकर इसका लेप सफेद दागों पर लगाए. फिर 15 मिनट के बाद धो ले। इस घरेलू नुस्खे को कुछ महीने लगातार दिन में 2 से 3 बार लगाए ल्यूकोडर्मा ठीक होने लगेगा।
3. सफेद दाग का अचूक इलाज करने के लिए लहसुन के रस में थोड़ी हरड़ घीस कर मिलाए और सफेद दाग पर इसका लेप लगाए।
4. प्रतिदिन 3 से 4 बादाम और 30 से 50 ग्राम भीगे काले चने खाए।
5. अखरोट का पाउडर 2 चम्मच ले और इसमें थोड़ा सा पानी मिला कर पेस्ट बना ले। अब इस पेस्ट को white spots पर 15 से 20 मिनट के लिए लगा कर छोड़ दे। इस होम रेमेडीज को दिन में 2 से 3 बार प्रयोग करे।
6. सफेद दाग के उपाय में नीम के पत्तों का रस रामबाण इलाज का काम करता है। नीम के पत्तों को पीस कर इसका रस निकाल ले और इसमें 1 चम्मच शहद मिला कर दिन में 2 से 3 बार पिए।
सफेद दाग का परमानेंट इलाज क्या है
आज के समय में विटिलिगो को पूरी तरह से सही करने के लिए तमाम तरह के इलाज और थेरेपी उपलब्ध हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, पित्त या इसके साथ बाकी वातों की गड़बड़ी से सफेद दाग की समस्या होती है। जो लोग बहुत ज्यादा तला-भुना, मसालेदार, बेवक्त खाने के अलावा विरुद्ध आहार (मसलन दूध के साथ नमक या मछली आदि) लेता है, उसमें यह समस्या होने की आशंका ज्यादा होती है।
आयुर्वेद में पंचकर्म के जरिए शरीर को डिटॉक्सिफाई किया जाता है। इसके अलावा बाकुची बीज, खदिर (कत्था), दारुहरिद्रा, करंज, अमलतास आदि हर्ब्स के जरिए भी खून को साफ किया जाता है। इसके अलावा कंपाउंड मेडिसिन भी दी जाती है जैसे कि गंधक रसायन, रस माणिक्य, मंजिष्ठादि काढ़ा, खदिरादि वटी आदि है। त्रिफला भी काफी असरदार है।
हल्दी और सरसों के तेल को मिलाकर बनाया गया मिश्रण दाग वाली जगह लगाने से दाग कम होने लगता है। इसके लिए आप एक चम्मच हल्दी पाउडर लें। अब इसे दो चम्मच सरसों के तेल में मिलाए। अब इस पेस्ट को सफेद चकतों वाली जगह पर लगाएं और 15 मिनट तक रखने के बाद उस जगह को गुनगुने पानी से धो लें। ऐसा दिन में तीन से चार बार करें। इससे फर्क नजर आयेगा|१.५ किलो ग्राम हल्दी को 8 लीटर पानी में रात भर भिगोकर रखें, रात भर भिगोने के बाद सुबह उस पानी को गर्म करें। तब तक गर्म करें जब तक कि 1 लीटर शेष रह जाएँ। इसमेंआधा लीटर सरसों का तेल मिला लें, इसके बाद तब तक पकाते रहें जब तक की आधा लीटर शेष रह जाएँ इस मिश्रण के प्रयोग से शरीर के सफेद दाग में लाभ मिलता है। इस तेल का प्रयोग सुबह-शाम दोनों समय करना चाहिए।
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