27.10.23

पत्थरचट्टा है पथरी और जोड़ों के दर्द की रामबाण औषधि-Berberis Vulgaris




आयुर्वेद में पत्थरचट्टा को कई बीमारियों के लिए जादुई दवा कहा जाता है। इससे किडनी स्टोन, जोड़ों में दर्द, जैसी तमाम बीमारियों जड़ से खत्म किया जा सकता है. पत्थरचट्टा एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है जो कि शरीर में कई प्रकार के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा ये पेट की पथरी को भी कम करने में मददगार है। इसका ड्यूरेटिक गुण आपके शरीर के टॉक्सिन को पेशाब के साथ फ्लश ऑउट कर देता है और पेट व आंतों के काम काज को बेहतर बनाता है।

जोड़ों के दर्द में कारगर है पत्थरचट्टा-

जोड़ों के दर्द में पत्थरचट्टा का इस्तेमाल कई प्रकार से फायदेमंद है। ये असल में एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है जो कि हड्डियों के दर्द को कम करता है और सूजन में कमी ला सकता है। इसके अलावा ये हड्डियों को अंदर से मजबूत बनाता है और इनके काम काज को बेहतर करता है। साथ ही इसके टिशूज को हेल्दी रखता है और इस दर्द में कमी लाता है।

पत्थरचट्टा का पानी पिएं-

जोड़ों के दर्द के लिए आप पत्थरचट्टा का कई प्रकार से इस्तेमाल कर सकते हैं जिसमें से एक है इसका पानी। दरअसल, पत्थरचट्टा के पत्तियों को पानी में उबाल लें और फिर इसे पानी में नमक मिलाकर इसका सेवन करें। आप इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं जो कि जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है क्योंकि ये शरीर की ताप बढ़ाता है और सूजन को कम करता है।

पत्थरचट्टा का लेप लगाएं-

पत्थरचट्टा का लेप, हड्डियों के दर्द और सूजन को तेजी से कम कर सकता है। आपको करना ये है कि पत्थरचट्टा को पीसकर और इसमें हल्दी मिलाकर इसका लेप तैयार कर लें और फिर इसे अपने जोड़ों पर लगाएं और हल्के हाथों से मालिश करें। इसे कुछ देर के लिए ऐसे ही छोड़ दें। रोजाना दिन में तीन बार इसे ऐसे ही लगाएं। ये हड्डियों की सेहत के लिए फायदेमंद है।

किडनी की पथरी के लिए-

काफी सालों से किडनी की पथरी के लिए पत्थरचट्टे के पौधे का इस्तेमाल होता चला आ रहा है। इसके लिए पत्थरचट्टा के पत्तों का काढ़ा बनाकर उसमें शहद और शिलाजीत को मिलाकर अच्छे से मिक्स कर लें और फिर थोड़ी-थोड़ी देर पर इसका सेवन करते रहने से किडनी की पथरी की समस्या दूर होती है।


आंखों के लिए-

आंखों की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए पत्थरचट्टा का पौधा बहुत ही काम का है। ये आंखों की कई सारी परेशानियों को दूर करने का काम करता है। इसके लिए आपको पत्थरचट्टा के पत्तों का रस निकालकर अपनी आंखों के चारों ओर लगाना होगा। ऐसा करने से आंखों के सफेद हिस्से में जो दर्द हो रहा है वह दूर हो जाएगा।


योनि संक्रमण के लिए

वेजाइनल डिसचार्ज होने के कारण महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसमें अकसर योनि के संक्रमित होने की आशंका भी बढ़ जाती है। ऐसे में आप पत्थरचट्टा से बना काढ़ा इस्तेमाल कर सकते हैं ये योनि की समस्या के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकती है। इसके लिए पत्थरचट्टा के पत्ते में 2 ग्राम शहद को मिला लें और फिर इसका सेवन आप 1 दिन में एक या दो बार करें। ऐसा करने से योनि स्राव कम हो जाएगा। साथ ही योनि संक्रमण का खतरा भी कम हो जाएगा।

सिर दर्द की समस्या के लिए=

सिर दर्द की समस्या के लिए भी पत्थरचट्टा का उपयोग किया जाता है। इसके लिए इसके पत्तों का लेप बनाकर माथे पर लगाना होता है। ये सिर्फ सिर दर्द ही नहीं बल्कि माइग्रेन की समस्या को भी दूर करने का काम करता है।

बीपी की समस्या के लिए-

जिन लोगों को बीपी की परेशानी रहती हो उन्हें पत्थरचट्टा के पत्तों का सेवन करना चाहिए। इसके लिए पत्थरचट्टा की पत्तियों से बने रस का सेवन 1 दिन में दो से तीन बार करें। ऐसा करने से हाइपरटेंशन में राहत मिलेगी।

पत्थरचट्टा का इस्तेमाल कैसे करें'

पत्थरचट्टा का इस्तेमाल कई तरीकों से किया जा सकता है। आप इसके पत्तों के रस को गुनगुने पानी में मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा इसके पत्तों को सलाद में काटकर सब्जियों के साथ भी खा सकते हैं। पत्थरचट्टा के पत्तों को उबालकर या पीसकर त्वचा पर भी लगाया जा सकता है।


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