21.7.23

आयुर्वेदिक जड़ी बूटी तेज पत्ता के सेहत के लिए फायदे Bay Leaf Fayde

                                             



तेज पत्ता एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। इसकी पत्तियों और तेल का उपयोग दवा बनाने के लिए किया जाता है। कैंसर और गैस के इलाज के लिए तेज पत्‍ते का उपयोग किया जाता है। यह पित्‍त प्रवाह (bile flow) को उत्‍तेजित करता है जो पसीने का कारण बनता है। कुछ लोग डेंड्रफ के लिए सिर में तेज पत्‍ते का उपयोग करते हैं। तेजपत्ता के फायदे में दर्द को दूर करने के लिए त्‍वचा पर इसका उपयोग किया जाता है, विशेष रूप से मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द (rheumatism) के लिए।
  तेज पत्ता की पत्तियों और फैटी तेल त्वचा पर बाल गिरने के कारण होने वाले संक्रमित फोडे़ (furuncles) का इलाज करने के लिए प्रयोग किया जाता है। तेज पत्ते का उपयोग भोजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए मसाले के रूप में भी किया जाता है। तेज पत्ते बहुत सारे पोषक तत्व होते है जो हमारे स्‍वास्‍थ्‍य के लिए फायदेमंद होते हैं। इसमें प्रोटीन, आहार फाइबर, मोनोससैचुरेटेड वसा (Monosaturated fat), ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन ए, विटामिन सी, थायमिन, रिबोफ्लाविन, नियासिन, विटामिन बी 6 और फोलेट की अच्‍छी मात्रा होती है। इसमें बहुत से खनिज जैसे कि मैग्‍नीशियम, कैल्शियम, लौह, फॉस्‍फोरस, पोटेशियम और बहुत सारे एंटीऑक्‍सीडेंट भी मौजूद रहते हैं।

पीले दांतों को सफेद करने के लिए

पीले दांतों को सफेद करने के घरेलू नुस्खे हों या फिर बेदाग और दमकती त्वचा पाने के उपाय. आपको एक नहीं हजारों उपाय मिलेंगे. डायबिटीज को कंट्रोल करने के आसान घरेलू नुस्खे भी इंटरनेट पर बेहद भरे हुए हैं. ऐसे में हो सकता है कि आप दुविधा में आ जाएं कि कौन सा उपाय अपनाएं और कौन सा नहीं.
डायबिटीज को कंट्रोल करने के आसान घरेलू नुस्खे भी इंटरनेट पर बेहद भरे हुए हैं. ऐसे में हो सकता है कि आप दुविधा में आ जाएं कि कौन सा उपाय अपनाएं और कौन सा नहीं. लेकिन आज हम आपको सिर्फ एक ऐसा फूड बताने जा रहे हैं, जो आपकी इन सभी समस्याओं को दूर कर सकता है. यह सर्दी के मौसम में जुकाम का सबसे कारगर रामबाण इलाज भी साबित होगा और जमी हुई कफ को झट से बाहर निकालने का नुस्खा भी. इतना ही नहीं यह पीले दांतों को सफेद करने का भी एक बेहतरीन उपाय है..

डायिबिटीज का उपचार

आयुर्वेद के अनुसार तेज पत्‍तों का उपयोग कर डायिबिटीज का उपचार किया जा सकता है। क्‍योंकि यह रक्‍त ग्‍लूकोज, कोलेस्‍ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड (triglyceride) के स्‍तर को कम करने में मदद करते हैं। और अधिक लाभ प्राप्‍त करने के लिए आप इन पत्‍तों का पाउडर भी बना सकते हैं और 30 दिनों तक सेवन कर अपने शरीर में चीनी के स्‍तर को कम कर स‍कते हैं। इसका सेवन करने से आपके दिल की कार्य प्रणाली को नियंत्रित किया जा सकता है। ऐसा इसलिए है क्‍योंकि तेज पत्‍ते में एंटीऑक्सिडेंट होते है जो शरीर के इंसुलिन को स्‍वस्‍थ्‍य बनाते हैं। इस प्रकार मधुमेह और इंसुलिन प्रतिरोध (insulin resistance) वाले लोगों के लिए तेज पत्‍ता एक अच्‍छा विकल्‍प होता है।

सांस लेने में होने वाली परेशानी

तेजपत्ता सांस लेने में होने वाली परेशानी से भी निजात दिलाने में असरदार होता है. सांस लेने में दिक्कत होने पर तेजपत्ते को पानी में डालकर उबाल लें. अब इस पानी में 10 मिनट तक भाप बनने दें. 10 मिनट बाद पानी में कपड़ा भिगोकर उसे निचोड़ लें और अपने सीने पर रखें. ऐसा करने से सदी, खांसी छू हो जाएगी.

सांस लेने में होने वाली परेशानी

अगर आप 
सांस लेने में होने वाली परेशानीसे हर वक्त घिरे रहते हैं तो तेजपत्ता आपके लिए रामबाण है. रोज रात को सोने से पहले 2 तेजपत्ता लेकर जला लें और अपने कमरे में रख दें. कुछ देर तक इस तेज पत्ते के धुएं के पास बैठें. ऐसा करने से आपका स्ट्रेस और सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी.

पाचन स्‍वास्‍थ्‍य के लिए -

पाचन स्‍वास्‍थ्‍य के लिए आयुर्वेदिक उपचार तेज पत्‍ते से किया जा सकता है। तेज पत्‍तों का गैस्‍ट्रोइंटेस्‍टाइनल प्रणाली (gastrointestinal) पर बहुत अच्‍छा प्रभाव पड़ता है। अच्‍छे पाचन और स्‍वस्‍थ्‍य गैस्‍ट्रोइंस्‍टाइनल प्रणाली आपके शरीर में मूत्र वर्धक (diuretic) का काम करती है जिससे आपके शरीर के विषाक्‍ता को कम करने में मदद मिलती है। तेज पत्‍तों में पाए जाने वाले कार्बनिक यौगिक पेट की परेशानी, चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम (bowel syndrome) या सेलियाक रोग के लक्षणों को कम करने के लिए बहुत अच्‍छा होता है। आधुनिक आहार में कुछ अधिक जटिल प्रोटीन होते हैं जिन्‍हें पचाना मुश्किल हो सकता है, लेकिन तेज पत्‍तों में पाए जाने वाले एंजाइम अच्‍छे पाचन और पोषक तत्‍वों को प्राप्‍त करने में मदद करते हैं।
दरअसल, तेजपत्ता अरौमेटिक होता है. हम अक्सर खुद को रिलैक्स करने के लिए अरोमा थेरेपी लेते हैं. तेजपत्ता आपको उसी थेरेपी का आनंद दे सकता है.
तेज पत्ता टाइप 2 डायबिटीज के इलाज में भी काफी कारगर है. तेजपत्ता ब्लड कोलेस्ट्रॉल, ग्लूकोज और ट्राइग्लिसराइड के लेवल में कमी लाता है.
डायबिटीज के मरीज इसकी पत्तियों का पाउडर एक महीने तक खाएं. इससे बॉडी का शुगर लेवल कम करने में हेल्प मिलती है.

कैंसर प्रभावों को दूर करने के लिये

कैंसर प्रभावों को दूर करने के लिए तेज पत्‍ता बहुत ही उपयोगी होता है। क्‍योंकि इसमें एंटी-कैंसर (Anti-cancer) गुण होते हैं। तेज पत्‍ते में कैफीक एसिड, कार्सेटिन, यूगानोल और कैचिन होते हैं जिनमें केमो- सुरक्षात्‍मक (chemo-protective) गुण होते हैं जो विभिन्‍न प्रकार के कैंसर को रोकने में मदद करते हैं। तेज पत्‍ते में पार्टनोलॉइड नामक एक फाइटोन्‍ययूट्रिएंट भी होता है जो विशेष रूप से सर्वाइकल कैंसर कोशिकाओं (cervical cancer cells) के विकास को रोकने में मदद करता है।

तेज पत्ते से निकाले गए तेल में एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज़ होती है. तेज पत्ते के तेल की मालिश करने से पैरों में आने वाली मोच, अकड़न, अर्थराइटिस और नॉर्मल पेन में आराम मिलता है.

दिल के दौरे और स्‍ट्रोक

दिल के दौरे और स्‍ट्रोक जैसे हृदय रोगों (cardiovascular diseases) को रोकने की क्षमता तेज पत्‍तों में होती है। क्‍योंकि इसमें शक्तिशाली फाइटोन्‍यूट्रिएंट होते है जो इन समस्‍याओं से हमारे शरीर को सुरक्षा दिलाते हैं। तेज पत्‍तों में रूटिन, सैलिसिलट्स, कैफीक एसिड और फाइटोन्‍यूट्रिएंट (phytonutrient) जैसे उपयोगी यौगिक होते है जो दिल के स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देते हैं और हृदय कार्य में सुधार करते हैं।

तेज पत्ता दांतों की शाइन और सफेदी को बढ़ाने में भी मदद करता है. सफेद दांत पाने के लिए वीक में दो बार तेज पत्ते के पाउडर से ब्रश करें.

गुर्दे और गुर्दे के पत्‍थरों के इलाज के लिए

गुर्दे और गुर्दे के पत्‍थरों के इलाज के लिए तेज पत्‍तों का उपयोग किया जाता है। इसके लिए 200 मिली लीटर पानी में 5 ग्राम तेज पत्‍तों को उबालें जब तक की यह मिश्रण 50 ग्राम न बन जाए। इस काढ़ें का सेवन नियमित रूप से दिन में दो बार करें यह गुर्दे के पत्‍थरों (Kidney Stone) के गठन को रोकने में मदद करेगा।
तेजपत्ता आपकी स्किन पर रिंकल्स पड़ने से बचाता है. इसके लिए आपको तेज पत्ते के पांच सूखे पत्तों को पानी में 2 मिनट तक ढक कर उबालना है. कुछ देर बाद ढक्कन हटाकर खुले में उबालना है. फिर इसके पानी से अपने चेहरे पर भाप लेनी है.

वजन कम करने में तेज पत्‍ते

वजन कम करने में तेज पत्‍ते का उपयोग आपके लिए लाभकारी हो सकता है। तेज पत्‍ते और दाल चीनी के मिश्रण का उपयोग आपके पाचन तंत्र के लिए बहुत अच्‍छा होता है। जो आपके शरीर में अवांछित वसा दूर करने में मदद करता है। इस मिश्रण में आप हरी चाय को भी मिला सकते है जो आपके चयापचय को बढ़ावा देने और वसा जलने की प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए भी जाना जाता है।
इसके लिए आपको 3 तेज पत्‍ते, 1 तुकड़ा दाल चीनी का और एक चम्‍मच हरी चाय की आवश्‍यक्‍ता होती है।
इन अवयवों को उबलते पानी में मिलाएं और इसे 10-15 मिनिट उबलने दें। फिर आप इसे छान कर वजन घटाने वाले पेय की तरह सेवन कर सकते हैं। एक सप्‍ताह के लिए इस चाय को दिन में तीन बार पीएं। ऐसा माना जाता है कि सुबह, नास्‍ते के बाद और सोने के पहले इस चाय का सेवन 7 दिनों तक करने से आपका वजन कम हो सकता है।

तनाव को दूर करने  में 

मन को शांत करने और तनाव को दूर करने के लिए तेज पत्ता को प्रभावी माना जाता है। लिनलूल (linalool) अधिकतर थाइम और तुलसी में पाया जाता है। लेकिन यह तेज पत्‍तों में भी उपस्थित होता है और शरीर में तनाव हार्मोन के स्‍तर को कम करने में मदद करता है। लंबे समय तक स्‍वस्‍थ्‍य के लिए अतिरिक्‍त तनाव हार्मोन खतरनाक हो सकते हैं, इसलिए तेज पत्‍तों का उपयोग करना चाहिए। यह आपके तनाव और चिंता को दूर करने में मदद करता है।

20.7.23

आँखों की रोशनी तेज करने की सबसे अच्छी औषधि बताओ,Netra Jyoti badhane ki aushadhi

 

बचपन से ही हमारे माता-पिता आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए स्वस्थ भोजन, सभी सब्जियां खासकर गाजर खाने की सलाह देते आए हैं। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आप भूल जाते हैं कि ये छोटी-छोटी चीजें कितनी महत्वपूर्ण हैं। अगर आप आयुर्वेद में विश्वास करते हैं, तो यहां कुछ जड़ी-बूटियां दी गई हैं जिनका उपयोग आपकी आंखों की रोशनी के लिए किया जा सकता है। ये सभी जड़ी-बूटियां आयुर्वेदिक डॉ. द्वारा सुझाई गई हैं जिनका इस्तेमाल आप भरोसे के साथ कर सकते हैं।
 आजकल हम देखते है की छोटी उम्र से ही बच्चों में आँखों की कमजोरी देखने मिलती है। उसकी सबसे बड़ी वजह है हमारा स्क्रीन टाइम का बढ़ना। आजकाल बच्चे और युवाओं में फोन का ज्यादा इस्तेमाल देखा जाता है और हाल ही में कोविड के बाद वर्क फ्रॉम होम के कारण लैपटॉप का ज्यादा इस्तेमाल करने से आँखें कमजोर हो रही है। इसके अलावा जीवनशैली में परिवर्तन, हमारे खानें में पोषक तत्वों की कमी और आनुवांशिक कारणों से भी आँखें कमजोर हो जाती है। अब सवाल यह है की हम कैसे जान सकते है की हमारी आँखें कमजोर हो रही है और आँखों की रौशनी को तेज करने के उपाय क्या है ?
आँखों की रोशनी कम होने के लक्षणआँखों में दर्द होना और पानी निकलना
दूर की चीज़े धुंधली दिखाई देना
पढ़ने में दिक्कत होना
कलर – कंट्रास्ट का अंतर समझ न आना
सिरदर्द होना
आँखें लाल होना
किसी भी चीज पर ध्यान केन्द्रित न कर पाना
ज्यादा रोशनी होने पर रंग बिरंगी रोशनी दिखाई देना

आँखों की रोशनी तेज करने के कुछ उपाय

अगर आप ऊपर के किसी लक्षणों का सामना कर रहे है तो यह बेहद जरूरी है की आप आपनी आँखों का ख़ास ख्याल रखें, नीचे लिखें हुए उपायों को अपनाएं और अपने डॉक्टर का संपर्क जरूर करें। कम से कम दो बार आँखों को ठंडे पानी से धोएं
पढ़ते समय रोशनी का ध्यान अवश्य रखें क्योंकि कम रोशनी में पढ़ने से आँखें ख़राब होती है।
लंबे समय तक कंप्यूटर या फोन की स्क्रीन पर काम न करें। थोड़े थोड़े अंतराल पर आँखें बंध करके उसे आराम दें।
धूल, प्रदूषण, तेज धूप और सूरज की यूवी किरणों से आँखों को बेहद नुकसान होता है, इसलिए जब भी बाहर निकलें अच्छी गुणवत्ता वाले चश्मों का प्रयोग करें।
खाने में विटामिन ए, सी और ओमेगा – 3 फैटी एसिड समेत पोषण युक्त आहार खाईए।
इसके अलावा भी आर्युवेद में कुछ खास नुस़्खें है जिससे आप अपनी आँखों की रोशनी तेज कर सकते है ।

आँखों को तेज करने वाले आर्युवेदिक नुस्खे

आंवले का रस

सर्दियों में मिलने वाला आंवला हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। आंवले में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट पर्याप्त मात्रा में होता है। इसके प्रतिदिन सेवन करने से आँखें तेज होती है और रेटिना अच्छे से काम करती है । इसलिए आप को हर रोज़ सुबह आंवले का रस पीना चाहिए।

गाय का धी

अगर आपको लगता है कि आपकी आँखें कमजोर हो रही है और आप घरेलू नुस्खे अपनाने के बारे में सोच रहे हो तो गाय का घी अक्सीर इलाज है। गाय का घी विटामिन और मिनरल्स से भरपूर है। इसलिए हर रोज़ आपको अपनी आँखों पर घी से हल्की मालिश करनी चाहिए।

भिगोए हुए बादाम

रात भर पानी में भिगो कर रखे हुए बादाम स्वास्थ्य के लिए कई तरह से लाभदायक है ही पर आँखों के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है। इस लिए अगर आप अपनी आँखों को स्वस्थ रखना चाहते है तो रात को भिगोए हुए बादाम को सुबह पीसकर पानी में मिलाकर पी जाएं। इस के साथ अगर आप किशमिश और अंजीर भी भीगोकर खाइए क्योंकि वह आंखो की रोशनी तेज करने वाले खाद्यपदार्थ माने जाते है।
इसके अलावा सौंफ और मिश्री हमारे शरीर के लिए बेहद ठंडी होती है इसलिए अगर आप बादाम के साथ सौंफ और मिश्री को मिलाकर उसका पाउडर बना लें और उसे हर रोज़ रात को गरम दूध में मिलाकर पीएंगे तो आँखों की रोशनी तेज करने में मदद मिलेगी।

कैलेंडुला फूल

कैलेंडुला फूल आंखों की विभिन्न समस्याओं के लिए एक शक्तिशाली जड़ी बूटी है। पॉट मैरीगोल्ड के रूप में भी जाना जाता है, कैलेंडुला में विरोधी भड़काऊ, एंटीवायरल और जीवाणुरोधी गुण होते हैं। इसका उपयोग नेत्रश्लेष्मलाशोथ, लालिमा, सूजन और सामान्य आंखों में जलन जैसी आंखों की स्थिति के इलाज और सुधार के लिए किया जाता है।

सौंफ

सौंफ हमारे शरीर को ठंडक तो देती ही है, साथ ही उसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हमारी आँखों की रोशनी को बरकरार रखने में मदद करते है। इस लिए आप सौंफ का शरबत पी सकते है या फिर दूध में एक चम्मच सौंफ पाउडर मिलाकर पीने से आँखों को काफी फायदा होता है।

नियमित व्यायाम करें

जैसे विविध शारीरिक व्यायाम करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है वैसे ही आँखों के कुछ व्यायाम है जिससे करने से आँखें ज्यादा लचीली बनती है और उनमें रक्तप्रवाह बढ़ता है। जिसके कारण आपकी एकाग्रता भी बढ़ती है। इस लिए दिन में दो बार आँखों का व्यायाम करें। जिसमें अपनी आँखों को बंद करें फिर आँखों को क्लाकवाइज और एन्टीक्लोकवाइज धुमाएं। उसके बाद आँखों को थोड़ा आराम दें और फिर थोड़ी देर आँखें खोले और बंद करें क्योंकि इससे आपकी आँखों को आराम मिलेगा।

त्रिफला (Triphala)

जैसा कि नाम से पता चलता है, त्रिफला एक सूत्र है जिसमें तीन फल होते हैं - हरीतकी, आंवला और बिभीतकी। यह शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी बूटी शरीर में तीन दोषों को प्रभावित करती है और उन्हें संतुलित करने में मदद करती है। त्रिफला के औषधीय गुण शरीर में टॉक्सिन के लेवल को कम करने में मदद करते हैं।
इस आयु्र्वेदिक जड़ी बूटियों का उपयोग बाहरी और आंतरिक रूप से भी किया जा सकता है। त्रिफला एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी से भरपूर होता है, जो आंखों के अंदर और आसपास सूजन, लालिमा और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करता है।

गुलाब जल

गुलाब जल हमारी आँखों को ठंडा रखता है और आँखों को स्वस्थ रखने का बेहद अच्छा आयुर्वेदिक उपाय है। कोटन को गुलाब जल में भिगों कर आँख पर रखने से आँखों में ठंडक रहती है साथ ही अगर आप गुलाब जलनी कुछ बूंदे आँखों में डालते है तो आँखों का कचरा तो साफ हो जाता है साथ ही आँखों की रोशनी भी तेज होती है।

बादाम

बादाम हमारी समग्र सेहत के लिए फायदेमंद है। इसका उपयोग स्मरण शक्ति और आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। डेली 5-7 को रात में भिगो दें और फिर नाश्ते के साथ इनका सेवन करें। बादाम के सेवन पर कोई सख्त नियम नहीं हैं। बादाम में विटामिन ई होता है, और यह स्वस्थ ऊतकों को बढ़ावा देने के लिए सिद्ध होता है और उम्र से संबंधित समस्याओं जैसे कि दृष्टि की गिरावट पर काम करता है। विटामिन ई मोतियाबिंद के इलाज में भी मदद करता है।

FAQs

Q) आँखों की रौशनी तेज करने के लिए घरेलू उपाय

अगर आपको लगता है की आपकी आँखें कमज़ोर हो रही है तो यह कुछ सरल उपाय है जिससे आप अपनी आँखों की रोशनी तेज कर सकते है।

भीगे हुए बादाम, किशमिश और अंजीर खाएं
देसी घी का सेवन करे
आंवला और त्रिफला के सेवन करे
बादाम, सौंफ और मिश्री के सेवन करे
हरीपत्ती वाली सब्जीयॉं और गाजर खाएं

Q) आँखों की रौशनी तेज करने Yoga

कुछ प्रकार के योग करने से है हमारी आँखों की कमजोरी दूर होती है।अगर आप लंबे समय तक कम्प्यूटर पर काम कर रहे है तो पलकें झपकाते रहें
आँखों को गोल गोल घुमाएं
हथेली से आँखों को ढकें
सर्वांगासन करें

कभी दूर तो कभी पास देंखे


Q) आँखों की कमजोरी कैसे दूर करे

हम दुनिया देख पा रहे है उसका कारण है हमारी सुंदर आँखें, अगर आपकी आँखें कमजोर हो रही है तो आप इन बातों का जरूर ध्यान रखें।

लंबे समय तक कम्प्यूटर और मोबाइल पर काम न करें, थोड़ी थोड़ी देर पर आँखें बंद करें और खोले।
ठंडे पानी से आँखों धोएं
आँखों की एक्सरसाइज करें