23.10.21

ब्लड प्लेटलेट्स बढ़ाने के घरेलू उपाय,increase blood platelets





डेंगू का संक्रमण होने पर रोगी के प्लेटलेट्स लगातार कम होने लगते हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति में सामान्य रूप से ब्लड में एक लाख पचास हजार से 4 लाख पचास हजार प्लेटलेट्स प्रति माइक्रोलीटर होते हैं। जब इनकी संख्या एक लाख पचास हजार से कम होती है तो ऐसा माना जाता है कि संबंधित व्यक्ति में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो गई है। डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों में प्लेटलेट्स की संख्या बड़ी तेजी से घटती है। ऐसे में अगर इनके कम होने को नियंत्रित न किया जाए तो स्थित गंभीर हो सकती है। प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने में कुछ आहार आपकी मदद कर सकते हैं। ये प्राकृतिक रूप से प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने में मददगार होते हैं।

बुखार आने पर क्या करें


इसका उपाय एक ही है, ऐसी स्थिति में बुखार के समय मरीजों को उनका प्लेटलेट काउंट समय-समय पर चैक करवाते रहना चाहिए। जिससे आप अपने प्लेटलेट्स को कम होने से रोक सकें। इसके साथ-साथ आपको अपने आहार में प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले पौष्टिक आहार को शामिल करना चाहिए।

क्‍या हैं प्लेटलेट्स

प्लेटलेट्स छोटी रक्त कोशिकाएं होती हैं, जो खासतौर पर बोनमैरो में पाई जाती हैं। हमारे शरीर में प्लेटलेट्स की कमी इस बात को दिखाती है कि खून में बीमारियों से लड़ने की ताकत कम हो रही है। प्लेटलेट्स कम होने की इस स्थिति को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया कहा जाता है।

एक स्वस्थ व्यक्ति में प्लेटलेट्स की संख्या कितनी होनी चाहिए?

एक स्वस्थ व्यक्ति में सामान्य प्लेटलेट काउंट 150 हजार से 450 हजार प्रति माइक्रोलीटर होता है। जब ये काउंट 150 हजार प्रति माइक्रोलीटर से नीचे चला जाता है, तो इसे लो प्लेटलेट माना जाता है।

प्लेटलेट्स कम होने का कारण


दवाओं के सेवन से
आनुवंशिक रोगों
कुछ प्रकार के कैंसर
कीमोथेरेपी ट्रीटमेंट
बुखार जैसे डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया

चुकंदर –

चुकंदर प्राकृतिक एंटीऑक्‍सीडेंट और हेमोस्टैटिक गुणों से भरपूर होता है। अगर दो से तीन चम्मच चुकंदर के रस को एक गिलास गाजर के रस में मिलाकर पिया जाये तो ब्लड प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ते हैं। साथ ही साथ इसमें मौजूद एंटी-ऑक्‍सीडेंट्स शरीर की प्रतिरोधी क्षमता भी बढ़ाते हैं।

पपीता – 

पपीते के फल और पत्तियां दोनों ही प्‍लेटलेट्स बढ़ाने में मददगार हैं। डेंगू बुखार में गिरने वाले प्‍लेटलेट्स को पपीता के पत्ते के रस के सेवन से तेजी से बढ़ाया जा सकता है। आप चाहें तो पपीते की पत्तियों को चाय की तरह भी पानी में उबालकर पी सकते हैं।

आंवला

ये एक आयुर्वेदिक उपचार है। आंवले में मौजूद विटामिन-सी शरीर में प्लेटलेट्स का उत्पादन बढ़ाता है, इससे शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है। इसका नियमित सेवन करना बेहद जरूरी है। इसके लिए हर दिन सुबह खाली पेट 3 से 4 आंवला खाएं। आप इसका सेवन चुकंदर के जूस में डालकर भी कर सकती हैं।

पालक –

दो कप पानी में 4 से 5 ताजा पालक के पत्तों को डालकर कुछ मिनट के लिए उबाल लें। इसे ठंडा होने के लिए रख दें। फिर इसमें आधा गिलास टमाटर मिला दें। इसे मिश्रण को दिन में तीन बार पिएं।

गिलोय –

 गिलोय का जूस प्‍लेटलेट्स को बढ़ाने का सर्वोत्तम उपाय है। इससे आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है। दो चुटकी गिलोय के सत्व को एक चम्मच शहद के साथ दिन में दो बार लें या फिर गिलोय की डंडी को रात भर पानी में भिगो कर सुबह उसका छना हुआ पानी पी लें। ब्‍लड में प्‍लेटलेट्स बढ़ने लगेंगे।
इसके अलावा आप पालक का सेवन सूप, सलाद, स्‍मूदी या सब्‍जी के रूप में भी कर सकते हैं।

नारियल पानी – 

नारियल पानी में इलेक्ट्रोलाइट्स अच्छी मात्रा में होते हैं। इसके अलावा यह मिनिरल्स का भी अच्छा स्रोत है जो शरीर में ब्लड प्लेटलेट्स की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं।
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