20.7.21

रबड़ी बनाने की विधि और फायदे




रबड़ी एक प्रकार का पकवान है जो दूध को खूब उबाल कर व उसे गाढ़ा करके बनाया जाता है। भावप्रकाशनिघण्टु के अनुसार बिना जल छोड़े दूध को जितना ही अधिक औटाया जाये वह उतना ही अधिक गुणकारी, स्निग्ध (तरावट देने वाला), बल एवं वीर्य को बढ़ाने वाला हो जाता है।
रबड़ी उत्तर भारत की एक मशहूर स्वादिष्ट मिठाई है. कम सामग्री और कम समय में बंननेवाली यह डिश उत्तर भारत की पारम्परिक डिश है. मथुरा - आगरा की रबड़ी बहुत फेमस है. बच्चों की मनपसंद मिठाई है.
अक्सर लोग इसे रात के खाने के बाद खाना पसंद करते है. लेकिन इसे किसी भी अवसरपर खाया जा सकता है. इसे जिलेबी और मालपुआ के साथ भी खाया जाता है. आप मेरी इस रबड़ी रेसिपी - रबरी रेसिपी को फॉलो करके इसे घरपर आसानीसे बना सकते है..
रबड़ी बनाने की सामग्री-
फुलक्रीम दूध – 1 लीटर

चीनी -50 ग्राम

पिस्ते – 4-5

बादाम – 2

छोटी इलाइची – 2-3
रबड़ी बनाने की विधि: –
रबड़ी ताकि सरलता से बने इसके लिए इसे तीन चरणों में बॉट देते है और जल्दी जल्दी जुट जाते है इसे बनाने में ताकि इसका स्वाद भी जल्दी ले सके……
पहला चरण
रबड़ी के लिये कढ़ाई ऊपर से अधिक चौड़ी होनी चाहिए लेकिन आप अपनी सामान्य कढ़ाही में भी इसे बना सकते हैं परंतु कढ़ाही भारे तले की होनी चाहिये ताकि तली में दूध न लगे दूध को कढ़ाही में डालकर गरम करने रखिये, दूध में उबाल आने पर गैस धीमी कर दीजिये।
दूसरा चरण
जैसे ही दूध पर मलाई की हल्की परत आये कलछी से उठाकर, कढ़ाही के किनारे लगा दीजिये थोड़ी देर बाद फिर से दूध के ऊपरी सतह पर मलाई आये, इसे भी उठाइये और किनारे कर दीजिये दूध को धीमी गैस पर उबलने दीजिये और इसमें मलाई की परत को कढ़ाही के किनारे लगाते रहिये।
तीसरा चरण
इसी तरह मलाई की परत जमाते जाईये कढ़ाही के किनारे जमी मलाई की परत सूख कर शुष्क होती रहेगी, बार बार यही करना है, जब मलाई कढ़ाही के चारों ओर इकठ्ठी हो जाय और कढाई में दूध गाड़ा होकर एक तिहाई ही बचे तो बचे दूध में चीनी और कतरे हुये पिस्ते बादाम और इलाइची मिलाइये और गैस बन्द कर दीजिये और बचे दूध में चीनी डाल दीजिये इसके बाद कलछी से कढ़ाही के किनारों से मलाई खुरचकर निकालिये और उस गाड़े दूध में ही मिला दीजिये और खुरची हुई मलाई की परत (खुरचन) को दूध में मिलाते समय अधिक मत चलाईये ताकि रबड़ी में खुरचन की गांठे पड़ी रहें।
और फ्रिज में रख कर ठंडा कीजिये, खाना खाने के बाद ठंडी ठंडी रबड़ी (Rabri) फ्रिज से निकालिये, परोसिये और खाइये।
सावधानियाँ –
रबड़ी बनाते समय ध्यान रहे कि चमचे से मलाई निकालने के बाद चमचे दूध को भी तले तक ले जाते हुये चला दीजिये, दूध कढ़ाई के तले में नहीं लगना चाहिये।
गैस को धीमा रखे, नहीं तो जो मलाई किनारे पर लगा कर रखी है वह जल जायेगी।
ध्यान रहे चीनी ज्यादा न प्रयोग करे चूकि क्रीमी दूध ज्यादा पकने पर स्वं काफी मीठा हो जाता है।
स्वास्थ्य लाभ-
प्रतिदिन रबड़ी का सेवन ब्रह्ममूर्त में करने से अर्धशीशी के दर्द में शीघ्र लाभ होता है।
ये सिर में रक्त प्रवाह सही बनाने में मदद करता है।
शिराओ को खोल कर रक्त संचार दुरुस्त करता है।

शुगर से जुड़ी बीमारियाँ रोके

अगर आपको शुगर से जुड़ी कोई बीमारी है तो आपको रबड़ी का सेवन करना चाहिए। ये बात हैरान कर सकती है कि शुगर का मरीज भला कोई मीठी चीज कैसे खा सकता है। अगर आप चाहें तो इसमें बाजरा मिला सकते हैं। बाजरा मिलाने से आपकी सेहत भी अच्छी रहती है और आपको बेहतर महसूस होता है।

ब्लड प्रेशर को करे ठीक

ब्लड प्रेशर में परेशानी आपकी सेहत को खराब करने के लिए काफी है। अगर आप ब्लड प्रेशर से जुड़ी परेशानी से बचना चाहते हैं तो आपको रबड़ी का सेवन करना चाहिए। ये सेहत को ठीक रखती है और आपको ब्लड प्रेशर से जुड़ी परेशानी नहीं होने देती है जो एक बेहद अच्छी बात है।
इसका सेवन एक सीमित मात्रा में किया जाए तो फायदा होता है। मलाई में लैक्टिक फर्मेंटेशन प्रोबायोटिक होता है जो आंतो से जुड़े रोगों को दूर करता है। साथ ही मलाई खाने से शरीर डिटॉक्स होता है। कई बार जोड़ो में होने वाले दर्द से भी निजात मिलती है।
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