23.8.23

हार्ट अटैक से बचने के लिए कोलेस्ट्रोल कैसे कम करें? How to reduce cholestrol ?

 



कोलेस्ट्रॉल एक तरह का फैट होता है जो खून में मौजूद होता है। कोलेस्ट्रॉल शरीर के अंदर बहुत से कार्यों के लिए जिम्मेदार होता है, जैसे सेल्स को लचीला बनाए रखने के लिए, और विटामिन डी के संशलेषण आदि के लिए। ज्ञात हो कि दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते हैं एक होता है एलडीएल और दूसरा होता है एचडीएल।
हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से तमाम लोग हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं. कोलेस्ट्रॉल हमारे ब्लड में पाया जाने वाला एक वैक्स जैसा पदार्थ होता है, जिसकी मात्रा बढ़ने से नुकसान होना शुरू हो जाता है. आज के जमाने में कम उम्र के लोग भी हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से जूझ रहे हैं. घंटों स्क्रीन पर बैठकर काम करना, देर रात तक जागना, जंक फूड का सेवन और फिजिकल एक्टिविटी न करने से कोलेस्ट्रॉल की समस्या तेजी से फैल रही है. इससे बचने के लिए लोग कई तरह की दवाओं का सहारा भी लेते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि आयुर्वेद के कुछ नुस्खे अपनाकर कोलेस्ट्रॉल की समस्या को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है. जब कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल रहता है, तो हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है.
एनसीबीआई (NCBI) के अनुसार हाल के अध्ययनों से पता चला है कि भारत में 25-30% शहरी और 15-20% ग्रामीण लोग हाई कोलेस्ट्रॉल की परेशानी से पीड़ित हैं। क्या होता है कोलेस्ट्रॉल की बीमारी? कोलेस्ट्रॉल आपके रक्त में पाया जाने वाला एक मोम जैसा पदार्थ है। स्वस्थ कोशिकाओं के निर्माण के लिए आपके शरीर को कोलेस्ट्रॉल की आवश्यकता होती है, लेकिन कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर आपके हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल की शिकायत अनुवांशिक कारको के वजह से भी हो सकती है। लेकिन यह अक्सर अस्वास्थ्यकर जीवनशैली का परिणाम होता है। कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर आपके हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है। दवाईंयों बजाय आप इसे कुछ प्राकृतिक चीजों की मदद से भी ठीक कर सकते हैं।
कैसे कंट्रोल करें कोलेस्ट्रॉल? वैसे तो इसे कंट्रोल करने के लिए कई तरह की दवाईंया बाजार में उपलब्ध हैं लेकिन आप इसे कुछ प्राकृतिक चीजों की मदद से भी ठीक कर सकते हैं। ऐसा ही एक औषधीय पौधा है धनिया। इस बात की पुष्टि कई अध्ययनों में भी की गई है। आइए जानते हैं।

कैसे पता करें बढ़ रहा है कोलेस्ट्रॉल

रक्त में कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तर के कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते हैं। लेकिन यह उन स्थितियों के लिए आपके जोखिम को बढ़ा सकता है जिनमें लक्षण होते हैं, जैसे- एनजाइना (हृदय रोग के कारण सीने में दर्द), उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक आदि।

​कोलेस्ट्रॉल में हरा धनिया है फायदेमंद

एक स्टडी के अनुसार, कुछ जानवरों और टेस्ट-ट्यूब अध्ययनों से पता चलता है कि धनिया हृदय रोग के जोखिम वाले कारकों को कम कर सकता है, जैसे उच्च रक्तचाप और एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल का स्तर। एक्सपर्ट बताते हैं कि अन्य मसालों के साथ बड़ी मात्रा में धनिया का सेवन करने वाली आबादी में हृदय रोग की दर कम होती है।
इसमें एंटी-माइक्रोबियल व एंटीऑक्सीडेंट समेत एंटी इंफ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाला), एंटी-डिस्लिपिडेमिक (रक्त में लिपिड्स कम करने वाला), एंटी-हाइपरटेंसिव (रक्तचाप कम करने वाला), न्यूरोप्रोटेक्टिव (तंत्रिका को सुरक्षा देने वाला) और मूत्रवर्धक जैसे गुण होते हैं। साथही, यह मधुमेह, मिर्गी, चिंता और अवसाद दूर करने और शरीर से टॉक्सिक पदार्थों की सफाई करने का काम भी करते हैं।

​कैसे करें धनिया का सेवन

धनिया को अपने खाने में शामिल करने से आप कोलेस्ट्रॉल की समस्या का समाधान कर सकते हैं। लोग अक्सर धनिया के पत्तों का सेवन शरबत, चटनी, सलाद के रूप में करते हैं। वहीं, इसके बीजों को भी आप पानी में फूलाकर और छानकर पी सकते हैं।

धनिया को नियमित पर थोड़े मात्रा में खाएं। एक स्टडी के अनुसार ज्यादा धनिया खाने से स्वास्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है। यह लीवर, एलर्जी, दाने, खुजली से लेकर त्वचा कैंसर तक का खतरा बढ़ा सकती है। इसेक अलावा धनिया ब्लड प्रेशर को कम करने का काम करती है जिससे निम्न ब्लड प्रेशर को लोगों को परेशानी हो सकती है।
एलडीएल कोलेस्ट्रॉल रक्त धमनियों में बाधा उत्पन्न कर हृदय को नुकसान पहुँचाता है। जबकि एचडीएल कोलेस्ट्रॉल आपके दिल का ख्याल रखने का कार्य करता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का कारण केवल खराब जीवनशैली या बेकार खान पान ही नहीं. बल्कि इसके लिए फैमिली हिस्ट्री भी जिम्मेदार होती है। लेकिन स्वस्थ्य भोजन, हल्की एक्सरसाइज और जीवनशैली में बदलाव के जरिए इससे राहत पाई जा सकती है।

हल्दी है गुणकारी

यह बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने का कार्य भी करती है। दरअसल हल्दी के अंदर पाए जाने वाले तत्व रक्त की धमनियों से कोलेस्ट्ऱॉल हटाने का कार्य करते हैं। इसके लिए आप चाहें तो हल्दी वाला दूध पी सकते हैं। या फिर आप सुबह गर्म पानी के अंदर आधा चम्मच हल्दी पाउडर डालकर सेवन कर सकते हैं।


कोलेस्ट्रोल घटाने के लिए आयुर्वेद के अचूक नुस्खे !

अलसी के बीज पोषक तत्वों का खजाना होते हैं. इनमें भरपूर मात्रा में फाइबर, प्रोटीन, हेल्दी फैट्स, आयरन और विटामिन की मात्रा होती है. जो लोग हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से जूझ रहे हैं, वे अलसी के बीजों को पीसकर चूर्ण बना लें. फिर इस चूर्ण को एक गिलास गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच लें. रोज़ ऐसा करने से कुछ ही सप्ताह में कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल हो जाएगा. खास बात यह है कि इसमें फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, इसलिए जिन लोगों को डाइजेशन की समस्या है, उन्हें दोगुना फायदा मिलेगा.

अलसी के बीज (Flaxseed) और दालचीनी 

आयुर्वेद में अलसी के बीज (Flaxseed) और दालचीनी (Cinnamon) को कोलेस्ट्रॉल घटाने में सबसे कारगर माना गया है. इन चीजों का सेवन सही तरीके से किया जाए, तो कोलेस्ट्रोल कम करने के साथ कई दिक्कतों से राहत मिल जाएगी. अलसी के बीज पोषक तत्वों का खजाना होते हैं. इनमें भरपूर मात्रा में फाइबर, प्रोटीन, हेल्दी फैट्स, आयरन और विटामिन की मात्रा होती है. जो लोग हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से जूझ रहे हैं, वे अलसी के बीजों को पीसकर चूर्ण बना लें. फिर इस चूर्ण को एक गिलास गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच लें. रोज़ ऐसा करने से कुछ ही सप्ताह में कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल हो जाएगा. खास बात यह है कि इसमें फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, इसलिए जिन लोगों को डाइजेशन की समस्या है, उन्हें दोगुना फायदा मिलेगा.

कैसे होता है कोलेस्ट्रॉल कम

1-इंफ्लेमेटरी फूड्स का सेवन न करें

2- ट्रांस-फैट वाले फूड्स
3- मांस और ज्यादा तली-भुनी चीजों के साथ तेल में पकी हुई सब्जियों के सेवन से
4-शराब और धूम्रपान का सेवन कम करें।
5-अच्छी नींद लें
6- वजन कम करें
7-हर दिन कम से कम 5 किमी पैदल चलें।
8-नियमित व्यायाम के साथ-साथ हेल्दी डाइट लें

दवा से कोलेस्ट्रॉल कितने दिन में कम

कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाली दवा का नाम है स्टैटिन्स, जिसे आमतौर पर कोलेस्ट्रॉल को कम करने में 4 से 6 सप्ताह तक का वक्त लगता है। अगर आपका एलडीएल कोलेस्ट्रॉल बहुत ज्यादा है यानि 190 तो आपको स्टैटिन की हाई डोज देने की जरूरत होती है ताकि आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल तेजी से कम हो सके।

कैसे होता है कोलेस्ट्रॉल कम

अगर आपको पहले से ही कोई बीमारी है तो कोलेस्ट्रॉल कम होने में वक्त लग सकता है। डायबिटीज, हाइपरटेंशन, ह्रदय रोग जैसी क्रॉनिक स्थिति से जूझ रहे लोगों को लंबे वक्त तक दवा खानी पड़ सकती है। जब किसी रोगी को हाई कोलेस्ट्रॉल के लिए दवा लिख दी जाती है को उसे आमतौर पर लंबे वक्त तक दवा का सेवन करने की जरूरत है। हालांकि डॉक्टर की सलाह के बाद दवा जरूर बंद की जा सकती है। हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों को कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है जैसेः

इंफ्लेमेटरी फूड्स का सेवन न करें
ट्रांस-फैट वाले फूड्स
3- मांस और ज्यादा तली-भुनी चीजों के साथ तेल में पकी हुई सब्जियों के सेवन से
4-शराब और धूम्रपान का सेवन कम करें।
5-अच्छी नींद लें
6- वजन कम करें
7-हर दिन कम से कम 5 किमी पैदल चलें।
8-नियमित व्यायाम के साथ-साथ हेल्दी डाइट लें
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए गर्म पानी फायदेमंद माना जाता है, लेकिन गरम पानी में इन चीजों को मिलाकर पीने से और भी ज्यादा फायदा पहुंचता है
जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है तो कई बीमारियों का जोखिम भी बढ़ाता है. इससे हार्ट अटैक, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर भी बढ़ सकता है. इतने में तो आप समझ ही गए होंगे कि कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करके रखना कितना जरूरी है. सही खानपान और हेल्दी लाइफ़स्टाइल से आप कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर सकते हैं. इसे दूर करने में गर्म पानी के साथ-साथ हमारे किचन में मौजूद कई सारी चीजें भी काम आ सकती है. आइए जानते हैं कोलेस्ट्रॉल घटाने के लिए किस तरह से इन चीजों का सेवन करना चाहिए.
लहसुन औऱ गर्म पानी-कोलेस्ट्रॉल को दूर करने के लिए लहसुन और गर्म पानी का सेवन किया जा सकता है. ये हाई क्वालिटी वालों की समस्याओं को दूर करने के साथ-साथ हार्ट डिजीज से भी आप को सुरक्षित रख सकता है. आप एक गिलास पानी में कुछ लहसुन की कलियों को डालकर उसे अच्छी तरह से उबाल लें, इसके बाद इसका सेवन करें. इससे आपको काफी मदद मिलेगी.

दालचीनी, शहद औऱ गर्म पानी-

गर्म पानी में आप दालचीनी और शहद को मिक्स करके पी सकते हैं. इससे भी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है. आधा लीटर गुनगुना पानी ले और इसमें दालचीनी पाउडर और शहद को मिक्स कर दें और फिर इसे पीएं इससे कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होना मुमकिन है.

हल्दी और गर्म पानी-

हल्दी एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुणों के लिए जाना जाता है.इससे सेहत को कई फायदे मिल सकते हैं. आप कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए एक गिलास गुनगुने पानी में हल्दी मिक्स करके पिएं. इससे कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होगा,आपकी इम्यूनिटी भी बूस्ट होगी,पाचन शक्ति में भी सुधार होगा.

शहद नींबू औऱ गर्म पानी-

शहद नींबू डालकर भी गर्म पानी पीने से कोलेस्ट्रॉल घटाने में मदद मिल सकती है.दरअसल शहर में एंटीबैक्टीरियल गुण पाया जाता है जिससे शरीर से कई बीमारियों को दूर रख सकता है. नींबू में विटामिन सी होता है, जिससे आपकी इम्यूनिटी बूस्ट होती है.

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